tag:blogger.com,1999:blog-11470354.post1973083815658444735..comments2023-09-11T11:20:06.845-04:00Comments on मानसी: नारी दिवस परManoshi Chatterjee मानोशी चटर्जी http://www.blogger.com/profile/13192804315253355418noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-11470354.post-49761142075305936782013-03-13T04:23:59.172-04:002013-03-13T04:23:59.172-04:00नारी मन में जब विश्वाल आ जाता है तो वो आसमां को पा...नारी मन में जब विश्वाल आ जाता है तो वो आसमां को पार कर लेती है ... आशा वादी ओर विश्वास के कंदों पे रक्खी रचना ... बहुत उम्दा रचना ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-11470354.post-41387361614558977812013-03-09T10:28:06.432-05:002013-03-09T10:28:06.432-05:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
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महाशिवरात्रि की शुभकामन...बहुत सुन्दर प्रस्तुति!<br />--<br /> महाशिवरात्रि की शुभकामनाएँ...!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-11470354.post-33183168105487715112013-03-09T09:59:09.323-05:002013-03-09T09:59:09.323-05:00मन का विश्वास दृढ़ करती कविता..मन का विश्वास दृढ़ करती कविता..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-11470354.post-64292398328142380092013-03-09T05:47:32.530-05:002013-03-09T05:47:32.530-05:00नारी दिवस मात्र औपचारिकता है ,सही अर्थों में हर स...नारी दिवस मात्र औपचारिकता है ,सही अर्थों में हर स्त्री को यथोचित सम्मान मिलता नहीं है .<br />कविता में आप ने नारी की जद्दोजहद को बखूबी उभरा है..वह एक कदम आगे बढ़ाती है है दो कदम पीछे खिंच लिया जाता है.<br />लेकिन फिर भी आज उसकी स्थिति कल से बहुत बेहतर है.सार्थक कविता.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.com