Sunday, July 09, 2006

सुखद सूचना

डा. व्योम व रवि रतलामी 'सहारा समय' टी.वी चैनेल पर आज (९ जुलाई २००६ को)

शायद आप लोगों को पता हो और शायद आप में से कइयों ने देखा भी हो, सहारा समय नामक टीवी चैनेल पर आज( जुलाई ९) हमारे अपने जाने माने चिट्ठाकार रवि रतलामी और डा. जगदीश व्योम जी के साथ साक्षात्कार का सीधा प्रसारण दिखाया गया। आप सब को ज्ञात होगा कि माइक्रोसाफ़्ट इन्डिया ने इन दो चिट्ठाकारों को हाल ही में सम्मानित किया था। डा. व्योम को हिन्दी साहित्य में सर्वश्रेष्ठ ब्लाग का पुरस्कार वहीं रवि को श्रेष्ठ हिन्दी ब्लाग के लिये पुरस्कार मिला। आज इस साक्षात्कार में हिन्दी ब्लाग जगत के बारे मॆं चर्चा हुई। माइक्रोसाफ़्ट इन्डिया के पुरस्कार संबंधी जानकारी के लिये दैनिक भास्कर के इस लिंक पर जायें। दैनिक भास्कर ने अपने मुख्य पृष्ठ पर इसे प्रकाशित किया था। सभी विजेताओं की सूची यहाँ देखिये।

डा. व्योम व रवि को बधाई ।

7 comments:

Anonymous said...

इस जानकारी लेख पर आपका शुक्रिया

रवि रतलामी said...

तो क्या सहारा समय कनाडा में भी दिखता है?

कल मैं लिखूंगा अपने इस 9 सेकंड के फेम के बारे में :)

Kaul said...

मानसी जी धन्यवाद; रवि और डा. व्योम को बधाई। किसी ने रिकॉर्ड किया हो तो विडियो भी पोस्ट करें।

अनूप शुक्ल said...

दोनों महानुभावों को फिर से बधाई!

Anonymous said...

बधाई जी बधाई, हमारी तरफ से भी स्वीकार लो. अब कुछ विडीयो-सिडीयो कि व्यवस्था भी हो जाती तो मजा आ जाता.

रवि रतलामी said...

मेरे मित्र ने इसे रेकॉर्ड किया है. इसे शीघ्र ही इंटरनेट पर एमपीईजी4 फ़ॉर्मेट में बदलकर अपलोड कर सूचना देता हूँ.

आप सभी को धन्यवाद.

Anonymous said...

তুমি তো জান না, জান নাকো তুমি
গোধূলির রঙে যে রঙেছিগো আমি
ঘন নীল আকাশে
শিউলীর সুবাসে
কোথায় যে খুজেছি আমি
তুমি তো জান না, জান নাকো তুমি

কখোনো হীমাদ্রীর চূড়োতে
কখোনো বা সাগরের সৈকতে
কখোনো স্নীগ্ধ মধূর শশীতে
কখোনো কবিগুরুর ঝুলিতে
কখোনো বা ছবির তুলিতে
কোথায় যে তোমায় চেয়েছিগো আমি
তুমি তো জান না, জান নাকো তুমি

নি:শব্দ আন্ধার রজনীতে
অঝোর শ্রাবণের ধারাতে
গ্রীষ্মের রোদের মাঝে
শীতল বটের ছায়াতে
শরতের সুন্দর প্রভাতে
হেমন্তের কূয়াশা ঘেরা প্রদোষে
কোথায় যে তোমায় পেলাম আমি
তুমি তো জান না, জান নাকো তুমি