Tuesday, April 16, 2013

हाइकु- वर्तमान


छीनाझपटी
लड़का और कुत्ता
एक ही रोटी

खुला आसमां
कड़कडाती सर्दी
फटा कंबल

तेज़ ज़िंदगी
सुंदर सजा घर
दो अजनबी

झुकी गर्दन
पढ़ी-लिखी लड़की
शादी की बात


रोती लड़की
निश्चेष्ट मां की देह
टूटी बोतल


जल्द कदम
जंगल या शहर?
घिरती शाम

--मानोशी

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