Sunday, February 12, 2012

साल का यह समय, हमेशा ही बहुत व्यस्तता में बीतता है। बच्चों के रिपोर्ट कार्ड बनाने होते हैं और हर बच्चे के बारे में, उसके व्यवहार के बारे में आदि लिखना होता है। हैरानी होती है कि हम टीचर्स अपने बच्चों को कितना जानते हैं। रिपोर्ट कार्ड में कमेंट लिखते समय जगह कम पड़ने लगती है, हर एक बच्चे की हर काबिलियत और उसकी छोटी से छोटी कमज़ोरियों से वाक़िफ़ होते हैं हम और क्या करने से वह बच्चा आगे और बेहतर कर सकता है, यह भी लगभग पता होता है हमें।

बच्चों से कक्षा में तरह-तरह के काम करवाते वक़्त बच्चों की कई मासूम बातें सामने आती हैं।  मेरी कक्षा में बच्चे रिकाउंट यानि संसमरण लिख रहे थे। कक्षा दो की एक बच्ची ने अपने सबसे अच्छी छुट्टियों के बारे में लिखने का सोचा। बड़ी ही मेहनत से उसने लिखने के सारे नियमों का पालन करते हुये एक सुंदर संस्मरण लिखा। भारत में मेरी छुट्टियाँ। संस्मरण के साथ ही उन्हें एक चित्र भी बनाना था और साथ ही चित्र के बारे में एक कैप्शन लिखना था। सो बच्ची ने फ़ुटबाल खेलते हुये खुद का चित्र बनाया। आसपास हरे पेड़, और वह अकेली एक फ़ुटबाल के साथ। कैप्शन था- "This is me playing soccer in my backyard with my brother in India. My brother is not in the picture as he has gone to drink water".



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