Monday, December 12, 2005

आसमान

अकेला आसमान

उजला आसमान
जलता आसमान

लजाता आसमान

उलझा आसमान

हमसफ़र आसमान

5 comments:

Ashish Shrivastava said...

चित्रांकित कविता....

बढिया है.....

आशीष

लाल्टू said...
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लाल्टू said...

(not succeeding linking - reposting the comment)
अब समझा ! पापी आसमान सिर्फ खिलता ही नहीं, वह तो अकेला, जलता, लजाता, उलझा हमसफ़र भी होता है !

मसिजीवी said...

वाकई अच्‍छे चित्र हैं

वैसे मानसी आसमानी आसमान तुम्‍हें कैसा दिखता ?

Geetali said...

kaafi khubsurat pics hain. mujhe "jalta aasmaan" aur "uljha aasmaan" khaas taur par bahut pasand aaye.