Sunday, November 23, 2008

जोदी मोने पोड़े शे दीनेर कथा- विश्वदेव चटर्जी की आवाज़


विश्वदेव चटर्जी की आवाज़ में- बंग्ला गीत- जोदी मोने पोड़े शे दीनेर कथा- (नीचे हिन्दी मॆं मैंने सार लिखने की कोशिश की है इस गाने की, किसी त्रुटि के लिये अग्रिम क्षमा प्रार्थना के साथ)


https://www.youtube.com/watch?v=hNBbvUHIA_I

जोदी मोने पोडे़ शे दिनेर कथा
आमारे भूलीयो प्रीयो
नयन सलिले स्मृति्रो काजल
मूछिया नियो गो प्रीयो

मोर देवा माला हेरी
जोदी ब्यथा आशे घेरी
रातूलो चरणे शे माला दोलियो
किछू न कोहिबो प्रीयो

परानो मुकुर ओपोरे
मोर छाया जोदी पोडे
आर कोनो छोबि हृदौये आंकिया
तारी ध्याने थेको गो प्रीयो

हिन्दी में सार-

कभी ’गर याद आये उस दिन की
मुझे भूल जाना प्रिये
आंखों के पानी से स्मृतियों का काजल
पोंछ लेना ओ प्रिये

मेरी दी हुई माला देख कर
कभी अगर दर्द ने घेर लिया तब
अपने चरणों से उस माला को कुचल देना
मैं कुछ नहीं कहूँगा प्रिये

अगर कभी अपने प्राणों के आईने में
भूले से मेरा प्रतिबिंब पड़ जाये
तब कोई और छवि हृदय में बना कर
उसी के ध्यान में रहना ओ प्रिये

मुझे भूल जाना प्रिये...

3 comments:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

wah jee wah, aanand aa gya. narayan narayan

अनुपम अग्रवाल said...

खूब भालो आछे . यह [बंगाली भाषा के गीत और उनका अनुवाद ] जारी रखें .इससे हम लोगों को अच्छे गीत पढने को मिलेंगे.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

गीत सुँदर लगा और अनुवाद भी सुनवा कर अच्छा किया -
- लावण्या