मानसी जी किसी ने बहुत खूब कहा है की कला की कोई बिसात नहीं होती . आपने भी ऐसी की कला के दर्शन करवाए . कोई कला प्रकृति की देन है तो मानव के हाथ की . बधाई. बहुत अच्छी तस्वीरे दिखाई आपने . फर्क सिर्फ इतना है की आप जो कहना चाहती है वो तस्वीर के माध्यम से दिखा देती है और मैं गुफ्तगू के माध्यम से कह देता हूँ. आपका भी मेरे ब्लॉग पर स्वागत है . www.gooftgu.blogspot.com
मानसी जी किसी ने बहुत खूब कहा है की कला की कोई बिसात नहीं होती . आपने भी ऐसी की कला के दर्शन करवाए . कोई कला प्रकृति की देन है तो मानव के हाथ की . बधाई. बहुत अच्छी तस्वीरे दिखाई आपने . फर्क सिर्फ इतना है की आप जो कहना चाहती है वो तस्वीर के माध्यम से दिखा देती है और मैं गुफ्तगू के माध्यम से कह देता हूँ. आपका भी मेरे ब्लॉग पर स्वागत है . www.gooftgu.blogspot.com
8 comments:
Great Idea!
bahut achchh laga. MerI hi tarah sochatI ho. kahin ham vastav me pichhale jamn ke bhai-bahan to nahin hain.
मानसी जी किसी ने बहुत खूब कहा है की कला की कोई बिसात नहीं होती . आपने भी ऐसी की कला के दर्शन करवाए . कोई कला प्रकृति की देन है तो मानव के हाथ की . बधाई. बहुत अच्छी तस्वीरे दिखाई आपने . फर्क सिर्फ इतना है की आप जो कहना चाहती है वो तस्वीर के माध्यम से दिखा देती है और मैं गुफ्तगू के माध्यम से कह देता हूँ. आपका भी मेरे ब्लॉग पर स्वागत है . www.gooftgu.blogspot.com
मानसी जी किसी ने बहुत खूब कहा है की कला की कोई बिसात नहीं होती . आपने भी ऐसी की कला के दर्शन करवाए . कोई कला प्रकृति की देन है तो मानव के हाथ की . बधाई. बहुत अच्छी तस्वीरे दिखाई आपने . फर्क सिर्फ इतना है की आप जो कहना चाहती है वो तस्वीर के माध्यम से दिखा देती है और मैं गुफ्तगू के माध्यम से कह देता हूँ. आपका भी मेरे ब्लॉग पर स्वागत है . www.gooftgu.blogspot.com
you have got superb eyes...
वाह..........मौसम के मिजाज़ को चित्रों के माध्यम से..............लाजवाब उतारा है आपने अपनी पोस्ट में.........शुक्रिया
बडी़ अच्छी तस्वीरें है........
कलाकार जो भी करता है उसमें कला की झलक मिल ही जाती है..... आज इस ब्लाग पर पहली बार आया,बहुत अच्छा लगा.
आपकी कविताओं की तरह स्वच्छ और सुंदर तस्वीरें।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
तस्वीरों के माध्यम से कविता करना तो मानोशी जी कोई आपसे सीखे। अलग-अलग भावों को दर्शाती ये तस्वीरें सचमुच बोलती हैं, बस सुनने की ललक चाहिये। बधाई हो...
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