आदरणीय प्राण जी, के मेल से सुबह सुबह ये खबर मिली. जिस दुःख और पीड़ा से गुजर रही हूँ, उसको शब्दों में कह पाना मुमकिन नहीं. इश्वर श्री महावीर शर्मा जी की आत्मा को शांति दे, और उनके परिवार को इस दुःख में संबल और हौंसला दे. श्री महावीर शर्मा जी को हम लोग कभी नहीं भुला पाएंगे . उनका साहित्यिक योगदान , प्रोत्साहन हमेशा याद रहेगा. हमारी भी श्रद्धांजलि.
कल रात दीपक मशाल ने जब सुबकते ये खबर दी तो हतप्रभ रह गया...समझ ही नहीं पाया के क्या कहूँ...लगा जैसे एक मार्ग दर्शक चला गया...उनके आशीर्वचन हमेशा मुझे नया और अच्छा लिखने की प्रेरणा देते रहे. उनके चले जाने से अजीब स्तिथि हो गयी है... इश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.
कल शाम से ही आहत हूँ इस अपूरनिया क्षति के लिए ब्लॉग में या ब्लॉग के बाहर साहित्य का स्तम्भ थे वो ! मेरा सौभाग्य है कि उनका प्यार और आशीर्वाद मुझे मिला है ! भगवान उनकी आत्मा को शान्ति दे !
परम आदरणीय शर्मा जी के स्वर्गवास का समाचार बहुत देर से चला यह खबर सुनकर विश्वास ही नहीं हुआ ।सबके लिए स्नेह हृदय रखने वाले साहित्य के परम विद्वान का यूं चले जाना बहुत कष्ट दे गया ...मुझे उनका बहुत अधिक स्नेह और लेखन में बहुत अधिक प्रोत्साहन भी मिला. है.....ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे और उनके परिवार वालों को इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
6 comments:
आदरणीय प्राण जी, के मेल से सुबह सुबह ये खबर मिली. जिस दुःख और पीड़ा से गुजर रही हूँ, उसको शब्दों में कह पाना मुमकिन नहीं.
इश्वर श्री महावीर शर्मा जी की आत्मा को शांति दे, और उनके परिवार को इस दुःख में संबल और हौंसला दे. श्री महावीर शर्मा जी को हम लोग कभी नहीं भुला पाएंगे . उनका साहित्यिक योगदान , प्रोत्साहन हमेशा याद रहेगा. हमारी भी श्रद्धांजलि.
भावभीनी श्रद्धान्जलि।
कल रात दीपक मशाल ने जब सुबकते ये खबर दी तो हतप्रभ रह गया...समझ ही नहीं पाया के क्या कहूँ...लगा जैसे एक मार्ग दर्शक चला गया...उनके आशीर्वचन हमेशा मुझे नया और अच्छा लिखने की प्रेरणा देते रहे. उनके चले जाने से अजीब स्तिथि हो गयी है...
इश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.
नीरज
कल शाम से ही आहत हूँ इस अपूरनिया क्षति के लिए ब्लॉग में या ब्लॉग के बाहर साहित्य का स्तम्भ थे वो ! मेरा सौभाग्य है कि उनका प्यार और आशीर्वाद मुझे मिला है ! भगवान उनकी आत्मा को शान्ति दे !
अर्श
अरे यह पता ही नहीं चला। ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति दे।
परम आदरणीय शर्मा जी के स्वर्गवास का समाचार बहुत देर से चला यह खबर सुनकर विश्वास ही नहीं हुआ ।सबके लिए स्नेह हृदय रखने वाले साहित्य के परम विद्वान का यूं चले जाना बहुत कष्ट दे गया ...मुझे उनका बहुत अधिक स्नेह और लेखन में बहुत अधिक प्रोत्साहन भी मिला. है.....ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे और उनके परिवार वालों को इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
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