आज महावीर शर्मा जी का जन्मदिन है। ग़ज़ल लिखना सिखाने में वे मेरे गुरु रहे हैं। ज्ञान की पूरी पोथी इनके पास है मगर विनम्रता इनके आगे नतमस्तक होती है। महावीर जी से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है । महावीर जी, आपसे बस यूँ ही सारा जग रोशन होता रहे, इन्हीं शुभकामनाओं के साथ-
आपकी दो ग़ज़लें यहाँ डाल रही हूँ।
पहली ग़ज़ल-
कुछ अधूरी हसरतें अश्के-रवाँ में बह गए
क्या कहें इस दिल की हालत, शिद्दते-ग़म सह गए
गुफ़तगू में फूल झड़ते थे किसी के होंठ से
याद उनकी ख़ार बन, दिल में चुभो के रह गए
जब मिले हम से कभी, इक अजनबी की ही तरह
पर निगाहों से मेरे दिल की कहानी कह गए
दिल के आईने में उसका, सिर्फ़ उसका अक्स था
शीशा-ए-दिल तोड़ डाला, ये सितम भी सह गए
दो क़दम ही दूर थे, मंज़िल को जाने क्या हुआ
फ़ासले बढ़ते गए, नक़्शे-क़दम ही रह गए
ख़्वाब में दीदार हो जाता तेरी तस्वीर का
नींद अब आती नहीं, ख़्वाबी-महल भी ढह गए
दूसरी ग़ज़ल-
भूल कर ना भूल पाए, वो भुलाना याद है
पास आए, फिर बिछुड़ कर दूर जाना याद है
हाथ ज़ख़्मी हो गए, इक फूल पाने के लिए
प्यार से फिर फूल बालों में सजाना याद है
ग़म लिए दर्दे-शमां जलती रही बुझती रही
रौशनी के नाम पर दिल को जलाना याद है
सूने दिल में गूँजती थी, मद भरी मीठी सदा
धड़कनें जो गा रही थीं, वो तराना याद है
ज़िन्दगी भी छाँव में जलती रही यादें लिए
आग दिल की आँसुओं से ही बुझाना याद है
रह गया क्या देखना, बीते सुनहरे ख़्वाब को
होंठ में आँचल दबा कर मुसकुराना याद है
जब मिले मुझ से मगर इक अजनबी की ही तरह
अब उमीदे-पुरसिशे-ग़म को भुलाना याद है
15 comments:
भाई महावीर शर्मा जी के जन्मदिन पर हार्दिक ढेरो शुभकामना और बधाई.
महावीर जी को जन्मदिन की शुभकामनायें और आपको यह याद दिलाने के लिये धन्यवाद।
आदरणीय महावीर जी को मेरी तरफ से जन्मदिन की ढेरों शुभकामनायें पहुचाएं .दोनों ही गजलें बहुत बढ़िया हैं .पर ये पंक्तियाँ बहुत अच्छी लगीं ....
ग़म लिए दर्दे-शमां जलती रही बुझती रही
रौशनी के नाम पर दिल को जलाना याद है
आपको आदरणीय महावीर जी की गजलें पढ़वाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद .
हेमंत कुमार
mahavir ji ko janamdin ki bahut badhai
महावीर जी को बहुत बहुत बधाई जनम दिल की..............आपको भी बधाई गुरु जी के जनम दिन की............दोनों ही बेहतरीन ग़ज़लें हैं..............
महावीर शर्मा जी के जन्मदिन पर बधाई.
महावीर जी के जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामना और ढेरों बधाई.
महावीर जी को जन्मदिन की शुभकामनायें
महावीर सेमलानी
मनोशी एवं दोस्तो
वैसे तो मेरी साधारण कृतियों के प्रति आप सभी सहानुभूति प्रदर्शित करते रहें हैं, पर आज मनोशी ने अपना अमूल्य समय देकर और इस सुंदर ब्लाग पर जन्मदिन पर शुभकामनाओं सहित मेरी दो ग़ज़लें पोस्ट करके जो अनमोल तोहफ़ा दिया है इसके लिए आभार प्रकट करने में उपयुक्त शब्दों के ढूंढने में अपने आप को असमर्थ पा रहा हूं। फिर भी धन्यवाद करना लाज़मी है।
आप सभी ने शुभकामनाओं द्वारा जो प्यार भरा सम्मान दिया है, इसके लिए मैं हार्दिक आभार प्रकट करता हूं।
महावीर शर्मा
(नोट: मतले में 'कुछ अधूरी हसरतें अश्के-रवाँ में बह गए' में मुझसे एक ग़लती हो गई थी जो
व्याकरण-सम्मत नहीं है। आज यहां पढ़ा तो महसूस किया। चलिए, वह ग़लती क्या है, यह सरपच्ची आपके लिए छोड़ देता हूं।)
MAANASI JI ,
SHRESHTH GAZALKAAR AUR GURU SARIKHE SHRI MAHAAVIR JI KO MERA SAADAR PRANAAM ....UNKE JANM DIN PE MAIN ALLAAH MIYAAN SE YAHI DUAA KARUNGA KE UNKO LAMBI UMAR BAKSHE TAAKI IS UMDA GAZAL KE DAKHALKAAR SE DUNIYA JAGMAGAAYE ..... INKE SATAYU KI KAAMANAA KARTA HUN....
MAIN ADANA AAB INKE GAZAL0N KE BAARE ME KYA KAHUN... KUCHH KAH DUN TO PAAP KAR BAITHUNGA .... BAS YAHI KE SAADAR PRANAAM...AUR INKE LEKHANI KO SALAAM KARTA HUN...
AAPKA BHI DHERO AABHAAR KE AAPNE UNKE JANMDIN KE BAARE ME UNKE GAZALON MESE MOTIYAAN HAMAARE SAAMANE RAKHI..
ARSH
मानोशी जी ,
आदरणीय महावीर जी को मेरी ओर से जन्म दिवस की हार्दिक मंगल कामनाएं पहुंचाएं .महावीर जी की गजलें मैं पहले भी पढ़ती रही हूँ .
पूनम
प्रिय मानसी,
महावीर जी का जन्म दिन यहाँ उन्हीँ की गज़लोँ के साथ मनाने का आयोजन बहुत पसँद आया !
और एक बात पूछना चाहती हूँ,
क्या आपकी कहानी
"स्पेस "
"विश्वा पत्रिका " के लिये
ले सकती हूँ ?
ई मेल से भी पूछ रही हूँ -
उत्तर जल्दी देना -
साथ मेँ आपकीए तस्वीर और
सँक्षिप्त परिचय भी
भेजने की कृपा करेँ -
अग्रिम आभार सहित,
- लावण्या
महावीर जी को जन्म-दिन की हार्दिक शुभकामनायें...
बड़े उपकार का काम किया मानोशी आपने हम सब पर इन दो ग़ज़लों से परिचय करवा कर...
"रह गया क्या देखना, बीते सुनहरे ख़्वाब को/होंठ में आँचल दबा कर मुसकुराना याद है"
क्या खूब
Very beautiful "Ghazals"...
Wish you very happy birthday.
With respect,
Jayant
नमस्कार मानशी जी...
आपनी आमार गान्टाए कमेन्ट कोर्लाम...खूब भालो लागलो ..
आमी बांगला जानी, किन्तु खूब भालो नाई..एक्टू-एक्टू..
जोदि किछु भूल होइछे तो क्षोमा कोरून...
एई पोश्टे दुइटा गोजोल खूब भालो..
महावीर जी के जोनोम्दिनेर हार्दिक शुभोकामना..
आर एकटा कोथा...
आपनी आमार आवाजे पूरो गानटा शुनते चाई छिलाम...एखान्तेके शुनते पारबेन...
कमेन्ट कोरे आमाके जानान केमोन लागलो आपनाके...
शुभोकामना..
प्रतीक
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